महेश की कहानी…!
महेश अपने पूरे खानदान में पहला डॉक्टर हैं जब वह पहली बार डॉक्टर बना तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। वह अपने परिवार में पहला डॉक्टर था, और उसकी सफलता लोग उससे बहुत ज्यादा प्रभावित थे। डॉक्टर बनने के बाद महेश की शादी भी एक डॉक्टर से हुई, महेश का जीवन पूरी तरह शान शौकत से भरपूर रहा — कोई परेशानी नहीं, कोई अड़चन नहीं। लेकिन महेश के जीवन में एक ही कमी रहीं, कभी उसने जीवन खुल कर अपना जीवन नहीं जिया। पूरी तरह शान शौकत से भरपूर होने के बावजूद यह एक चीज उसे हमेशा नाखुश बना देती
शायद वह अपनी जिम्मेदारियों में इतना उलझा हुआ था कि उसे पता ही नहीं चला कि कब बचपन और जवानी उसकी उंगलियों से फिसल गए। जिन पलों का आनंद उसे बचपन में लेना चाहिए था, वे सब जिम्मेदारियों के बोझ तले दब गए। समय बीता, और महेश को यह महसूस हुआ कि उसने जीवन के खूबसूरत पलों को पूरी तरह जीने का मौका गंवा दिया। अब, बुढ़ापे की दहलीज पर खड़े होकर, उसे एहसास हुआ कि उसने अपने बीते कल को खुलकर नहीं जिया।
क्या यह केवल महेश की कहानी है? नहीं, हममें से बहुत लोग इस चक्र में फंस जाते हैं। जीवन का पहिया इतनी तेज़ी से घूमता है कि हमें इसका एहसास तक नहीं होता। सुबह से रात होती है और रात से फिर सुबह। इस बीच, वे अनमोल पल, जिन्हें हमें खुलकर जीना चाहिए, हमारी उंगलियों से फिसल जाते हैं। तो आखिर हमें जीवन को खुलकर जीने से कौन रोकता है? और हम इसे कैसे बदल सकते हैं? आइए, इस पोस्ट में इन सवालों का जवाब ढूंढते हैं।
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मन को आज में कैसे रखें?
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारा मन अक्सर या तो अतीत में उलझा रहता है या भविष्य की चिंता में खोया रहता है। घड़ी को बदलते हुए देर नहीं लगती। इसी के ही साथ बदलता रहता है समय। इस कारण हम वर्तमान पल का आनंद नहीं ले पाते। जो आनंद आज में है वह कल में कहां। लेकिन जीवन का असली जादू वर्तमान में जीने में ही छुपा है। आज का दिन अगर सकुशल निकल गया तो मानो आपने उस खास पल को अच्छे से जी लिया। क्योंकि कल किसी ने भी नहीं देखा है। जब हम अपने मन को “आज” में रखते हैं यानी वर्तमान की नाव में सवार होते हैं जीवन का अर्थ इसी में छिपा हुआ है
तो, सवाल यह है कि मन को आज में कैसे रखें? इसके लिए आपको कुछ सरल और प्रभावी उपायों को अपनानी चाहिए…
खुद को जानने की कोशिश करें
अगर आप वर्तमान को जीना चाहते हैं तो इसका पहला कदम खुद को समझना है। यह बहुत जरुरी है कि आप खुद को जाने, जब तक आप अपनी भावनाओं, सोच, और इच्छाओं को नहीं समझेंगे, तब तक आपका मन बार-बार भटकता रहेगा। खुद को पहचानने में लोगों का पूरा जीवन निकल जाता है लेकिन यह बात समझ नहीं पाते। अगर खुद को जानना चाहते हो तो आपको वर्तमान में जीना सीखना होगा।
कैसे करें
ध्यान करें: ध्यान करना आपको अपने भीतर झांकने का मौका देता है। रोजाना 10-15 मिनट ध्यान करें और अपने विचारों को शांत करने की कोशिश करें।
जर्नलिंग करें: अपनी भावनाओं और विचारों को लिखने की आदत डालें। यह आपकी सोच को स्पष्ट करता है और आपको अपने मन की गहराई में झाकने में मदद करता है।
खुद से सवाल पूछें:
मुझे क्या खुशी देता है?
मुझे किस बात से तनाव होता है?
मेरे जीवन का उद्देश्य क्या है?
जब आप खुद को जानने लगते हैं, तो आपका मन ज्यादा शांत और स्थिर हो जाता है।
अनेक प्रकार के विचारों को दिमाग से हटाएँ
हमारा दिमाग हर समय विचारों के बीच छलांग लगाता फिरता है। कई बार ये विचार नकारात्मक और अनावश्यक तो होते हैं, दिमाग में अनगिनत विचार हमको वर्तमान में जीने से रोकते हैं। वर्तमान में जीने की चाह रखते हो तो सबसे पहले इस बात पर फोकस करें कि आप अपने दिमाग में चल रही उथल पुथल को हटाएँ। बीते कल में हुई बातों को लेकर या फिर भविष्य को लेकर अगर चिंता करते रहेंगे तो हम जीवन को खुलकर नहीं जी पाएंगे।
कैसे करें?
प्राथमिकता तय करें:
दिनभर में आपके दिमाग में कई विचार आते हैं। इनमें से केवल उन्हीं पर ध्यान दें जो आपके लिए जरूरी हैं। बाकी विचारों को अनदेखा करना सीखें।
ब्रेक लें:
जब आप काम के बीच में हों और दिमाग बहुत ज्यादा भटक रहा हो, तो 5 मिनट का ब्रेक लें। आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। यह आपके दिमाग को रीसेट करता है।
नेगेटिव विचारों से लड़ें नहीं:
यदि कोई नकारात्मक विचार आपको परेशान कर रहा है, तो उसे आने दे, खुद से पूछें:
क्या यह विचार वास्तव में सच है?
क्या यह विचार मुझे मदद कर रहा है या नुकसान पहुंचा रहा है?
माइंडफुलनेस का अभ्यास करें:
माइंडफुलनेस का मतलब है, जो आप कर रहे हैं, उस पर पूरी तरह ध्यान देना।
खाना खाते समय स्वाद पर ध्यान दें।
चलते समय अपने कदमों की आवाज सुनें।
यह अभ्यास आपके दिमाग को वर्तमान में रखने में मदद करेगा।
अपनों के साथ समय बिताएँ
अगर आप आज को जी भरकर जीना चाहते हैं तो अपने समय को सही से निवेश करना होगा। अक्सर अपने काम और जिम्मेदारियों में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अपने परिवार और दोस्तों को समय देना भूल जाते हैं। लेकिन अपनों के साथ समय बिताने से न केवल हमारे रिश्ते मजबूत होते हैं, आप आज जो पल अपने परिवार के साथ बिताओगे एक दिन वही पल आपको गुदगुदाएगा। जो लोग अपने परिवार के लिए समय नहीं निकाल सकते वह अपना जीवन अच्छे से नहीं जी पाते हैं।
कैसे करें?
डिजिटल दुनिया से बाहर आएं:
फोन और सोशल मीडिया पर कम समय बिताएं। इसके बजाय, अपने परिवार और दोस्तों के साथ सीधे बातचीत करें।
संयुक्त गतिविधियाँ करें:
घर में साथ खाना बनाएं।
बच्चों के साथ खेलें।
दोस्तों के साथ पार्क में टहलें।
भावनाओं को साझा करें:
जब आप अपने प्रियजनों के साथ अपनी भावनाओं को साझा करते हैं, तो यह आपके मन को हल्का करता है और आपको वर्तमान में जीने की अनुभूति कराता है।
स्पेशल मोमेंट्स बनाएं:
परिवार के साथ खास मौके बनाएं, जैसे कि हर हफ्ते एक साथ फिल्म देखना या डिनर करना। यह आपको वर्तमान पल में खुशी का अनुभव कराएगा।
हर दिन के लिए शुक्रगुजार हो
ईश्वर को धन्यवाद करें। आभार व्यक्त करना आपके मन को वर्तमान में रखने का सबसे प्रभावी तरीका है। आप उन चीजों पर ध्यान देते हैं जिनके लिए आप आभारी हैं, तो आपका दिमाग अतीत और भविष्य की चिंताओं से मुक्त हो जाता है। आपके जीवन में जो कुछ भी अच्छा घटित हो रहा है उसके लिए हर दिन के लिए आपको शुक्रगुजार होना होगा। आभार व्यक्त करने व्यक्ति खुलकर वर्तमान को जी सकेगा।
कैसे करें?
आभार जर्नल लिखें:
हर रात सोने से पहले 3 चीजें लिखें जिनके लिए आप आभारी हैं। उदाहरण –
आज का अच्छा मौसम।
अपने बच्चे की मुस्कान।
काम पर एक सहकर्मी की मदद।
छोटी चीजों की सराहना करें:
जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को नोटिस करें।
सुबह की चाय की गर्माहट।
पक्षियों की चहचहाहट।
“धन्यवाद” कहना सीखें:
जब भी कोई आपकी मदद करे, उसे धन्यवाद कहें। यह आपके और उसके बीच सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
आत्म-आभार व्यक्त करें:
अपने आप को भी धन्यवाद दें। यह आपको अपनी क्षमताओं और मेहनत की सराहना करना सिखाता है।
मन को आज में रखना एक कला है, जिसे आप छोटे-छोटे अभ्यासों से सीख सकते हैं। खुद को समझना, अनावश्यक विचारों को छोड़ना, अपनों के साथ समय बिताना, और आभार व्यक्त करना—ये चार कदम न केवल आपके मन को शांत करेंगे, बल्कि आपके जीवन में संतुलन और खुशी भी लाएंगे।
Dhyanlok के कुछ शब्द
याद रखें, जीवन का असली आनंद वर्तमान में जीने में है। आज से ही इन उपायों को अपनाएं और अपने हर पल को खास बनाएं।